सीसी फुटेज कैमरे ने खोल दी हाई कोर्ट एडवोकेट शर्मा की पोल
ग्वालियर। जिले में पदस्थ आईपीएस अफसर अनु बेनीवाल की शिकायत हाई कोर्ट एडवोकेट कपिल शर्मा ने ग्वालियर पुलिस कप्तान धर्मवीर सिंह को लिखित शिकायत की, शिकायत में हाई कोर्ट एडवोकेट कपिल शर्मा ने लिखा पक्षकार से मिलवाने का आग्रह किया जिस पर थाना प्रभारी ने अजय के भाई सचिन के सामने अभद्रता करते हुए धक्का मुक्की की।
जबकि मध्य प्रदेश के पुलिस स्टेशन हाईटेक हो चुके, कोने कोने पर पुलिस स्टेशन पर सीसी फुटेज कैमरे लगे हुए हैं ,यदि किसी प्रकार की कोई घटना होती हैं तो तत्काल वरिष्ठ अधिकारी के संज्ञान में घटना की जानकारी हो जाती हैं। आदरणीय सामान्य हाईकोर्ट एडवोकेट कपिल शर्मा को झूठ बोलने में थोड़ी सी भी शर्म नहीं आई,
जिस व्यक्ति का साथ में जाना बताया वह व्यक्ति सीसी फुटेज कैमरे के आधार पर थाने में उनके साथ नही था।
सीसी फुटेज कैमरे ने खोल दी पोल
जब 54 लीटर शराब में बंद आरोपी अजय को अपना क्लाइंट एडवोकेट शर्मा ने बताया, पुलिस ने जब आरोपी अजय से पूछा कपिल शर्मा एडवोकेट को जानते हो, तब उसने कपिल शर्मा एडवोकेट को पहचानने से मना कर दिया, उसके बाद भी मानवता का परिचय देते हुए पुलिस के अधिकारियों ने 10 मिनट तक मिलने दिया, जिसका सीसी फुटेज केमरे में रिकॉर्ड है, सूत्रों ने बताया आदरणीय वकील साहब कुछ नियम के विरुद्ध कार्य करवाने के लिए पुलिस पर दबाव बना रहे थे, उन्होंने कार्य करने से मना कर दिया तो इस प्रकार की झूठी शिकायत करने वरिष्ठ कार्यालय पहुंच गए,
इसके साथ ही एक और झूठ उनके सामने आया आरोपी का भाई उनके साथ पुलिस स्टेशन पर गया था जबकि सीसी फुटेज कैमरे की रिकॉर्डिंग के आधार पर आदरणीय वकील साहब अकेले दिखाई दे रहे हैं और ना ही किसी प्रकार की धक्का मुक्की हुई। सूत्र बताते हैं
वकील साहब थाने में पुलिसकर्मी और अधिकारियों को धमकी देकर आए, शराब तो बिकेगी यदि किसी में दम हो तो रुकवा कर देखें,
यह खबर भी हमारे अति विश्वसनीय सूत्रों से प्रकाशित की जा रही है। वकील साहब ने एक और शिकायत पत्र में लिखा जान से मारने की धमकी पुलिसकर्मियों द्वारा दी गई जबकि किसी भी व्यक्ति को पुलिसकर्मी इस प्रकार की धमकी नहीं देते हैं और ना ही आज तक कोई खबर ऐसी मिली की पुलिस ने जान से मारने की धमकी दी।
इससे स्पष्ट होता है की गई शिकायत कितनी सत्य है समझ से परे हैं, आखिर झूठी शिकायत करने वाले हाईकोर्ट एडवोकेट कपिल शर्मा की पोल थाने में लगे सीसी फुटेज कैमरे ने खोल ही दी।
वकील द्वारा की गई शिकायत कितनी सत्य है, नियम के विरुद्ध कार्य करने दो नहीं तो इस प्रकार की झूठी शिकायत होती रहेगी, वकील साहब का कुछ ऐसा ही मामला दिखाई दे रहा है।