नगर निगम अधिकारियों की सांठगांठ से बच रहे हरिफाटक वजीर पार्क में बने दर्जनों अवैध होटल ? क्या नगर निगम प्रशासन का बुलडोजर गरीबों पर कार्यवाही तक ही सीमित? क्या बड़े भूमाफियाओं के सामने नतमस्तक है निगम प्रशासन?
नगर निगम अधिकारियों की सांठगांठ से बच रहे हरिफाटक वजीर पार्क में बने दर्जनों अवैध होटल ?
क्या नगर निगम प्रशासन का बुलडोजर गरीबों पर कार्यवाही तक ही सीमित?
क्या बड़े भूमाफियाओं के सामने नतमस्तक है निगम प्रशासन?
उज्जैन। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की स्वयं के गृह नगर में विकास को लेकर काफी महत्वकांक्षाए है, बात चाहे शहर में मेट्रो ट्रेन संचालन की हो या फिर बड़े उद्योग , मेडिकल कॉलेज, सिक्स लेन-फ़ॉर लेन मार्ग एवं ऐसे अनेको कार्य जिससे शहर तेजी से आगे बढ़े उन सभी आयामों को शहर में स्थापित कर ऊंचाई पर ले जाने का काम मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा किया जा रहा है।
किसी भी देश,प्रदेश, शहर को आगे बढ़ाने में शासन ओर प्रशासन दोनों का मजबूत होना बेहद जरूरी है, इनमें से किसी एक के दम पर विकास की गाथा लिखना असंभव है।
बीते सप्ताह निगम प्रशासन ने हरिफाटक, वजीर पार्क क्षेत्र में आने वाले एक दर्जन अवैध होटलों को नोटिस जारी कर कार्यवाही के नाम पर खानापूर्ति करते हुए विषय को ठंडे बस्ते में डाल दिया ।
बता दें कि हरिफाटक, वजीर पार्क क्षेत्र में संचालित हो रही दर्जन भर होटलें पूर्णतः अवैध है जिसे लेकर शहर के जागरूक नागरिकों द्वारा कई बार जिला प्रशासन को अवगत करवाया गया किंतु प्रशासन द्वारा क्षेत्र में बढ़ते अतिक्रमण ओर अवैध निर्माण पर आज तक कोई कार्यवाही नहीं कि गई। अवैध निर्माण पर अपना उल्लू सीधा करने में लगे निगम के भ्रष्ट अधिकारी शहर के बढ़ते विकास में सबसे बड़ी रुकावट पैदा करने का कार्य कर रहे है।
हरिफाटक, वजीर पार्क में एक दर्जन अवैध निर्माण भवनों में चल रहे होटल ओर होम स्टे।
इंदौर से महाकाल मंदिर मार्ग के बीच हरिफाटक ओर वजीर पार्क कालोनी में अवैध होटल्स ओर होम स्टे की भरमार है। सड़क मार्ग से लेकर गलियों तक में होटलें संचालित हो रही जिनमें होटल मलय संचालक अब्दुल खलीक, होटल रश संचालक मोहम्मद आमीन, होटल गैलेक्सी संचालक इकबाल खान, होटल सूर्या संचालक इलयास, होटल हॉलिडे संचालक राजा खान, होटल स्टारलाईट, होटल महक, होटल विनायक, होटल आदर्श संचालक ओमान नागोरी ।
गरीबों की झोपड़ी ओर गुमटी हटाने में माहिर निगम प्रशासन पर बात जब भूमाफियाओं के अवैध निर्माण पर कार्यवाही करने की आती है तो यह मुँह छुपाकर पीछे खसक जाते है, उज्जैन निगम प्रशासन का बुलडोजर सिर्फ सड़क पर जीवन बसर कर रहे गरीब परिवार पर ही चलता है जबकि भूमाफियाओं के सामने यह नतमस्तक है?