प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भरोसा व मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मेहनत ने सपना किया साकार
29 की 29 लोकसभा सीटें जितना अपने आप में थी चुनोती
उज्जैन(अजय सिंह चौहान)। महाकाल की नगरी के लाडले युवाओं व जनता के हृदय सम्राट मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 2024 लोकसभा चुनाव में एक नया इतिहास पन्नो पर दर्ज कर दिया है। जिसे आने वाली पीढ़ी हमेशा याद रखेगी। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने वो कर दिखाया जिसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्वास करके प्रदेश की कमान मुख्यमंत्री के रूप में सौपी थी उस पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव 100 आने खरे उतरे है। बता दें कि डॉ. यादव की राजनीतिक नीति भाजपा के कार्यकर्ताओं में उनके प्रति प्रेम और द्रण संकल्प है।
आमजन व कार्यकर्ताओं में डॉ. यादव ब्रांड चला
जनता यूं तो शिवराज सरकार के समय से ही भाजपा को समर्थन दे रही थी लेकिन वर्ष 2023 की विधानसभा चुनाव में भरतीय जनता पार्टी ने मध्यप्रदेश को नया मुख्यमंत्री दिया। जो प्रदेश की धार्मिक नगरी उज्जैन से है। डॉ. यादव अपनी नीति और योजनाओं के क्रियान्वयन में शुरुआत से माहिर है। वही जनता का प्रेम और
कार्यकर्ताओं के प्रति उनकी भावना एक परिवार की तरह दिखाई देती है यही कारण रहा कि सीएम डॉ. मोहन यादव ब्रांड पूरे प्रदेश में चला। वही हम बात करें मुख्यमंत्री के नए आदेशों की तो उसमें लाऊड स्पीकर पर सख्ती, खुले में माँस विक्रय, महिलाओं के प्रति अपराधों पर सख्ती आदि विषयों में भी मुख्यमंत्री डॉ. यादव को सराहा है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इन्हें दी शिकस्त
वर्ष 2024 का लोकसभा चुनाव हमेशा याद रखा जाएगा। जिसका मूल कारण कांग्रेस के ही नेता है। जिन्होंने जनता के बीच न रहकर सिर्फ सोशल मीडिया पर बयान बाजी करते रहे, जबकि भाजपा का हर कार्यकर्ता प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. यादव नीतियों को जनता के बीच जाकर प्रदर्शित कर रहा था। वहीं मुख्यमंत्री डॉ यादव ने भी एक-एक दिन में दर्जनों सभाएं, रोड़ शो आदि कार्यक्रम में भाग लेकर प्रचार किया।
जिसके कारण कांग्रेस के कद्दावर नेता माने जाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, कांतिलाल भूरिया, 5 बार के विधायक फूल सिंह बरैया, दिलीप गुर्जर, महेश परमार आदि बड़े चेहरों को हार का सामना करना पड़ा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव के गृह जिले व लोकसभा से भी भाजपा प्रत्याशी अनिल फिरोजिया ने 3 लाख 75 हजार 860 वोटों से विजय हुए।
26 साल बाद छिंदवाड़ा गढ़ जीता
भारतीय जनता पार्टी के सुंदरलाल पटवा ने 1997 में छिंदवाड़ा का गढ़ अपने खेमें में शामिल किया था। जिसके बाद 26 वर्षों के लंबे इंतजार को खत्म कर छिंदवाड़ा के विवेक बंटी साहू ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में 1,13,618 मतों की प्राप्ति से विजय हासिल की है।
इतिहास रखेगा याद
प्रदेश की कमान मिलते ही मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए आराम त्याग कर लोकसभा चुनाव में बेहरत प्रदर्शन करने को उतर गए जो भविष्य में इतिहास बनकर याद रखा जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ग्यारंटी के साथ मध्यप्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश की कुल 29 लोकसभा सीटों पर प्रचंड बहुमत हासिल कर नया कीर्तिमान रचा है जो इतिहास के पन्नो पर दर्ज हो चुका है।
तीनों मुख्यमंत्री में डॉ. यादव का स्ट्राइक रेट सबसे ज्यादा
विधानसभा चुनाव-2023 के रिजल्ट के बाद भाजपा ने मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री के तौर पर नए चेहरे लाकर प्रयोग किया था। मध्यप्रदेश में तो भाजपा की सरकार थी। राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की। तीनों मुख्यमंत्रियों ने छह महीने के दौरान राजनीति की बड़ी परीक्षा दी है।
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